UP Scholarship Good News: उत्तर प्रदेश कक्षा 9 और 10 के छात्र-छात्राओं की स्कॉलरशिप की राशि में बढ़ोतरी होने की संभावना है , यूपी में कक्षा नवमी और दसवीं के अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्रों की छात्रवृत्ति की दर में वृद्धि हो सकती है , अभी अन्य पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों को सामान्य और अल्पसंख्यक को वर्ग के छात्रों के मुकाबले कम है , सभी वर्गों के छात्रों के लिए नियम में एकरूपता लाने के लिए योजना के तहत छात्रवृत्ति में वृद्धि किए जाने पर विचार किया जा रहा है।
यूपी के 9वीं 10वीं के छात्रों को मिलने वाली स्कॉलरशिप राशि
अभी वर्तमान की स्थिति बताएं तो नवमी और दसवीं के छात्र-छात्राओं के परिवार की वार्षिक आय ढाई लाख रुपए से अधिक नहीं होनी चाहिए स्कॉलरशिप प्राप्त करने के लिए , अभी 9वी , 10वीं के अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के छात्रों को 3500 रुपये सालाना स्कॉलरशिप दी जाती है तो वहीं सामान्य और अल्पसंख्यक वर्ग के अभ्यर्थियों को 3000 रुपये स्कॉलरशिप दी जाती है , परंतु अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) कैटेगरी में आने वाले 9वी और 10वीं के छात्र-छात्राओं को केवल और केवल 2250 रुपए सालाना छात्रवृत्ति की जाती है। सभी वर्गों के छात्रवृत्ति में एकरूपता लाने के लिए विचार किया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक पहले सामान्य वर्ग के छात्रों को 2250 रुपए स्कॉलरशिप दी जाती है जिसे वर्ष 2018-19 में बढ़ाकर ₹3000 कर दिया गया है।
वर्ग (Category) | वार्षिक आय सीमा (Annual Income Limit) | सालाना स्कॉलरशिप राशि (Annual Scholarship Amount) |
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अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) | ₹2.5 लाख से कम | ₹3500 |
सामान्य (General) और अल्पसंख्यक (Minority) | ₹2.5 लाख से कम | ₹3000 |
अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) | ₹2.5 लाख से कम | ₹2250 |
बढ़ सकता है 9वीं / 10वीं के छात्रों की स्कॉलरशिप की राशि
उत्तर प्रदेश में नवमी और दसवीं के छात्रों की स्कॉलरशिप बढ़ोतरी को लेकर सकारात्मक जानकारी सामने आई है , वर्ष 2025 24 में कक्षा नौवीं और दसवीं में पढ़ने वाले 862790 छात्रों को योजना का लाभ दिया जा रहा है अगर स्कॉलरशिप की राशि में बढ़ोतरी होती है तो इन सभी छात्रों को फायदा होगा। स्कॉलरशिप की राशि में बढ़ोतरी को लेकर उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेंद्र कश्यप ने नियमों में एकरूपता लाने के लिए अब तक दो बार उच्च स्तरीय बैठक कर चुके हैं , इन बैठकों में छात्रवृत्ति की दरों में अंतर को लेकर भी विचार किया गया है।